पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य: समाज सुधार और आध्यात्मिक चेतना के अग्रदूत

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पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य: समाज सुधार और आध्यात्मिक चेतना के अग्रदूत

L(caps)पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य का नाम भारतीय इतिहास में समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी और आध्यात्मिक गुरु के रूप में अंकित है। 20 सितंबर, 1911 को उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के आंवलखेड़ा गांव में जन्मे, श्रीराम जी ने अपना जीवन समाज के उत्थान और मनुष्य के सर्वांगीण विकास को समर्पित कर दिया। उन्होंने न केवल भारत की आजादी के लिए संघर्ष किया, बल्कि सामाजिक कुरीतियों को दूर करने और आध्यात्मिक चेतना जगाने का भी अनथक प्रयास किया।

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गायत्री परिवार की स्थापना और सामाजिक कार्य:

1939 में, उन्होंने "अखिल विश्व गायत्री परिवार" की स्थापना की, जो आज लाखों लोगों को संगठित करने वाला एक विशाल आध्यात्मिक और सामाजिक संगठन बन चुका है। उन्होंने ग्रामीण विकास, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और नशा मुक्ति जैसे अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किया। 

उन्होंने गायत्री मंत्र को राष्ट्रीय जागरण का प्रतीक बनाया और "यज्ञ" को सामाजिक समरसता का माध्यम बनाया। उनके द्वारा स्थापित गायत्री तीर्थ शांतिकुंज आज भी समाज सेवा और आध्यात्मिक साधना का प्रमुख केंद्र है।

आध्यात्मिक चेतना का प्रसार:

पंडित श्रीराम जी ने वेद, उपनिषद और भारतीय दर्शन को सरल भाषा में जनसाधारण तक पहुंचाया। उन्होंने वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाते हुए आध्यात्मिक जीवन को युगानुकूल बनाया। उनके व्याख्यानों और लेखों ने लाखों लोगों को जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा दी। उन्होंने "युग निर्माण योजना" का प्रस्ताव रखा, जिसमें उन्होंने व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।

स्वतंत्रता संग्राम में योगदान:

पंडित श्रीराम जी भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी सक्रिय रूप से शामिल रहे। उन्होंने अहिंसात्मक आंदोलनों में भाग लिया और लोगों को जागरूक करने का काम किया। उन्होंने "युगवाणी" पत्रिका के माध्यम से स्वतंत्रता आंदोलन को समर्थन दिया।
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विरासत:

पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य आज भी लाखों लोगों के लिए आदर्श हैं। उनकी सामाजिक कार्यों, आध्यात्मिक चेतना के प्रसार और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने एक ऐसा समाज बनाने का सपना देखा था, जो न केवल आर्थिक रूप से समृद्ध हो, बल्कि सांस्कृतिक रूप से मजबूत और आध्यात्मिक रूप से जागृत हो। उनका जीवन और कार्य हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।

इस लेख के अलावा आप और क्या पढ़ सकते हैं?

मुझे आशा है कि यह लेख आपको पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के जीवन और कार्यों के बारे में जानने में मदद करेगा। आप उनके बारे में और क्या जानना चाहते हैं? कृपया टिप्पणी करें और बताएं।

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